आपदा बचाव का पारितंत्र आधारित दृष्टिकोण
एशिया आज त्वरित शहरीकरण के दौर से गुजर रहा है और वर्ष 2018 में इसकी 54 प्रतिशत आबादी शहरी क्षेत्रों में रह रही थी जिनका सकल घरेलू उत्पाद में 80 प्रतिशत से अधिक का योगदान है। शहरी केंद्रों को जैव विविधता और पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं के नुकसान के वृहत्त संचालकों में से एक माना जाता […]
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