Abstract: जल संकट और जलवायु परिवर्तन के कारण वर्षण पैटर्न में अत्यधिक भिन्नता को देखते हुए ड्रिप सिंचाई क्षेत्र की गति को बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयासों की आवश्यकता है।
लेखक, कृषि लागत और मूल्य आयोग, कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली के सदस्य (आधिकारिक) हैं।
आयातित प्रौद्योगिकी पर भारत की निर्भरता खत्म करने हेतु सीएसआईआर-एनपीएल के शोधकर्ताओं ने आपातस्थिति के दौरान अंधकार में प्रकाश और जीवनरक्षक चिह्नों के स्रोत के रूप में सेवा प्रदान करने वाले स्वदेशी दीर...
ग्रामीण भारत के लिए जीवन रेखा, सीएसअईआर-एनपीएल के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित एक नया सॉलिड स्टेट रेफ्रीजरेटर, जो कि बैटरी या सौ-संचालित सैल द्वारा संचालित हो सकता है। यह रेफ्रीजरेटर पर्यावरण के लिए सुरक...
भारत दुनिया में जूट का सबसे बड़ा उत्पादक है जोकि पूरे विश्व के कुल जूट उत्पादन के लगभग 55 प्रतिशत के बराबर है। पश्चिम बंगाल देश में जूट उत्पादन के 90 प्रतिशत से अधिक का उत्पादन करता है। कम प्रतिफल के क...