Abstract: बाढ़ परिघटना इस दृष्टि से विशिष्ट है कि इसमें अल्प और दीर्घकालिक अवधियों के पूर्वानुमान की अधिक संभावना बनती है। यद्यपि बाढ़ आपदा को पूरी तरह नियंत्रित करना संभव नहीं है किन्तु उपयुक्त संरचनात्मक और गैर संरचनात्मक उपायों और निगरानी के द्वारा प्रबंधित जरूर किया जा सकता है।
आयातित प्रौद्योगिकी पर भारत की निर्भरता खत्म करने हेतु सीएसआईआर-एनपीएल के शोधकर्ताओं ने आपातस्थिति के दौरान अंधकार में प्रकाश और जीवनरक्षक चिह्नों के स्रोत के रूप में सेवा प्रदान करने वाले स्वदेशी दीर...
ग्रामीण भारत के लिए जीवन रेखा, सीएसअईआर-एनपीएल के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित एक नया सॉलिड स्टेट रेफ्रीजरेटर, जो कि बैटरी या सौ-संचालित सैल द्वारा संचालित हो सकता है। यह रेफ्रीजरेटर पर्यावरण के लिए सुरक...
भारत दुनिया में जूट का सबसे बड़ा उत्पादक है जोकि पूरे विश्व के कुल जूट उत्पादन के लगभग 55 प्रतिशत के बराबर है। पश्चिम बंगाल देश में जूट उत्पादन के 90 प्रतिशत से अधिक का उत्पादन करता है। कम प्रतिफल के क...