Abstract: 1930 के दशक के उत्तरार्द्ध से समुद्री भूगर्भशास्त्र में नई तकनीकों का सूत्रपात हो चुका है। गुरूत्व मापन और बिंबयोजना के कारण समुद्र की सतह और तली संरचना का सही-सही मापन संभव हुआ है। समुद्र तल भारी पर्वत श्रृंखलाओं, मध्य-सागरीय पर्वत मालाओं से घिरा हुआ है जो वैश्विक नेटवर्क का निर्माण करता है!
आयातित प्रौद्योगिकी पर भारत की निर्भरता खत्म करने हेतु सीएसआईआर-एनपीएल के शोधकर्ताओं ने आपातस्थिति के दौरान अंधकार में प्रकाश और जीवनरक्षक चिह्नों के स्रोत के रूप में सेवा प्रदान करने वाले स्वदेशी दीर...
ग्रामीण भारत के लिए जीवन रेखा, सीएसअईआर-एनपीएल के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित एक नया सॉलिड स्टेट रेफ्रीजरेटर, जो कि बैटरी या सौ-संचालित सैल द्वारा संचालित हो सकता है। यह रेफ्रीजरेटर पर्यावरण के लिए सुरक...
भारत दुनिया में जूट का सबसे बड़ा उत्पादक है जोकि पूरे विश्व के कुल जूट उत्पादन के लगभग 55 प्रतिशत के बराबर है। पश्चिम बंगाल देश में जूट उत्पादन के 90 प्रतिशत से अधिक का उत्पादन करता है। कम प्रतिफल के क...