Abstract: समय के साथ ध्रुवीय सीमाओं की खोज में भारत की दृश्यता में सराहनीय प्रगति हुई है। भारत को अब व्यापक रूप से एक उभरती हुई शक्ति के रूप में देखा जा रहा है जो बहु विषयात्मक अंतर्राष्ट्रीय साझेदारियों की वारंटी दे सकता है। ऐसे अन्तःक्षेपों से भारत को वैश्विक वैज्ञानिक मामलों में एक शीर्ष स्थान स्थापित करने में सहायता मिलेगी।
लेखक गण राष्ट्रीय ध्रुवीय और सागर अनुसंधान केन्द्र, गोवा में वैज्ञानिक हैं cheeryl@ncaor.gov.in । इस आलेख को डीमेलो सी. और आर. मोहन 2019 के रूप में पढ़ा जाए।
आयातित प्रौद्योगिकी पर भारत की निर्भरता खत्म करने हेतु सीएसआईआर-एनपीएल के शोधकर्ताओं ने आपातस्थिति के दौरान अंधकार में प्रकाश और जीवनरक्षक चिह्नों के स्रोत के रूप में सेवा प्रदान करने वाले स्वदेशी दीर...
ग्रामीण भारत के लिए जीवन रेखा, सीएसअईआर-एनपीएल के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित एक नया सॉलिड स्टेट रेफ्रीजरेटर, जो कि बैटरी या सौ-संचालित सैल द्वारा संचालित हो सकता है। यह रेफ्रीजरेटर पर्यावरण के लिए सुरक...
भारत दुनिया में जूट का सबसे बड़ा उत्पादक है जोकि पूरे विश्व के कुल जूट उत्पादन के लगभग 55 प्रतिशत के बराबर है। पश्चिम बंगाल देश में जूट उत्पादन के 90 प्रतिशत से अधिक का उत्पादन करता है। कम प्रतिफल के क...