Abstract: समय के साथ ध्रुवीय सीमाओं की खोज में भारत की दृश्यता में सराहनीय प्रगति हुई है। भारत को अब व्यापक रूप से एक उभरती हुई शक्ति के रूप में देखा जा रहा है जो बहु विषयात्मक अंतर्राष्ट्रीय साझेदारियों की वारंटी दे सकता है। ऐसे अन्तःक्षेपों से भारत को वैश्विक वैज्ञानिक मामलों में एक शीर्ष स्थान स्थापित करने में सहायता मिलेगी।

लेखक गण राष्ट्रीय ध्रुवीय और सागर अनुसंधान केन्द्र, गोवा में वैज्ञानिक हैं cheeryl@ncaor.gov.in । इस आलेख को डीमेलो सी. और आर. मोहन 2019 के रूप में पढ़ा जाए।