Abstract: उपलब्ध सर्वोत्तम प्रौद्योगिकीय तरीकों के प्रयोग के द्वारा ग्रामीण गरीबों की आर्थिक कमजोरी के न्यूनीकरण में ग्रामीण रोजगार सृजन महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। महात्मा गांधी राष्ट््रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी एक्ट (एमजीएनआरईजीए) कानूनी बाध्यता वाली नागरिक लाभ योजना है जो उन सभी ग्रामीण परिवारों को आग्रह के 15 दिनों के भीतर मांग आधारित पारिश्रमिक रोजगार की गारंटी प्रदान करता है जिनके वयस्क सदस्य अकुशल शारीरिक कार्य करने को इच्छुक हैं। इस स्कीम के तहत पूरे देश में प्रतिवर्ष 30 लाख (3 मिलियन) आस्तियों का सृजन किया जाता है जिनमें शामिल हैं प्राथमिक गतिविधियों में वाटर हार्वेस्टिंग का निर्माण, सूखा राहत एवं बाढ़ नियंत्रण संरचनाओं का निर्माण इत्यादि। जियोएमजीएनआरईजीए मनरेगा के तहत प्रयुक्त वह भू-स्थानिक घटक (जियोस्पैटियल) है जिसमें अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी आधारित नवाचार का इस्तेमाल उपग्रह चित्र डाटाबेस पर सृजित आस्तियों की अवस्थिति जानने, फिर सूचना का गुणवत्ता नियंत्रण और उसके पश्चात योजना के क्रियान्वयन में पारदर्शिता हेतु सृजित आस्तियों पर नागरिकों की राय जानने में किया जाता है।
आयातित प्रौद्योगिकी पर भारत की निर्भरता खत्म करने हेतु सीएसआईआर-एनपीएल के शोधकर्ताओं ने आपातस्थिति के दौरान अंधकार में प्रकाश और जीवनरक्षक चिह्नों के स्रोत के रूप में सेवा प्रदान करने वाले स्वदेशी दीर...
ग्रामीण भारत के लिए जीवन रेखा, सीएसअईआर-एनपीएल के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित एक नया सॉलिड स्टेट रेफ्रीजरेटर, जो कि बैटरी या सौ-संचालित सैल द्वारा संचालित हो सकता है। यह रेफ्रीजरेटर पर्यावरण के लिए सुरक...
भारत दुनिया में जूट का सबसे बड़ा उत्पादक है जोकि पूरे विश्व के कुल जूट उत्पादन के लगभग 55 प्रतिशत के बराबर है। पश्चिम बंगाल देश में जूट उत्पादन के 90 प्रतिशत से अधिक का उत्पादन करता है। कम प्रतिफल के क...