Abstract: भू-स्थानिक प्रौद्योगिकी बागवानी विकास के विविध पहलुओं के लिए आगत (इनपुट) भी उपलब्ध कराता है, जिनमें अनुसंधान, विस्तार, उत्तर-फसल कटाई प्रबंधन इत्यादि शामिल हैं। सुदूर संवेदन, जीआईएस व संपार्श्विक क्षेत्र आंकड़ा का उपयोग करते हुये बेहतर बागवानी सूचीकरण एवं प्रबंधन के लिए (Coordinated Horticulture Assessment and Management using geoinfromatics-CHAMAN) नामक परियोजना आरंभ की गई।
आयातित प्रौद्योगिकी पर भारत की निर्भरता खत्म करने हेतु सीएसआईआर-एनपीएल के शोधकर्ताओं ने आपातस्थिति के दौरान अंधकार में प्रकाश और जीवनरक्षक चिह्नों के स्रोत के रूप में सेवा प्रदान करने वाले स्वदेशी दीर...
ग्रामीण भारत के लिए जीवन रेखा, सीएसअईआर-एनपीएल के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित एक नया सॉलिड स्टेट रेफ्रीजरेटर, जो कि बैटरी या सौ-संचालित सैल द्वारा संचालित हो सकता है। यह रेफ्रीजरेटर पर्यावरण के लिए सुरक...
भारत दुनिया में जूट का सबसे बड़ा उत्पादक है जोकि पूरे विश्व के कुल जूट उत्पादन के लगभग 55 प्रतिशत के बराबर है। पश्चिम बंगाल देश में जूट उत्पादन के 90 प्रतिशत से अधिक का उत्पादन करता है। कम प्रतिफल के क...