Abstract:
जैव विविधता के अत्यधिक दोहन से इसके संरक्षण में आर्थिक लागत का लगना निश्चित है और इस संदर्भ में प्राथमिक संरक्षकों के अधिकारों को मान्यता दिया जाना तथा उन्हें पुरस्कृत किया जाना महत्वपूर्ण है। जैव समृद्धि के युग की ओर का रास्ता साझे लाभ की नैतिकता और साम्यता के सिद्धान्तों से जुड़ा है। जैव विविधता […]
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