कॉफी उत्पादन में विशिष्ट पहचान अराकू घाटी

<p>भारत सरकार कॉफी बोर्ड ऑफ इंडिया के जरिये ‘एकीकृत कॉफी विकास परियोजना’ का क्रियान्वयन कर रही है जिसके तहत कॉफी उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है।</p>
<p>पर्यावरण क्षरण से तात्पर्य पर्यावरण की उस अवस्था से है जब इसके भौतिक घटकों में निरंतर क्षय होने लगता है। क्षरण की इस प्रक्रिया में जैविक प्रक्रियाओं, खासकर मानवीय गतिविधियों की बहुत बड़ी भूमिका होती...
<p>‘निःसंदेह प्रजातांत्रिक विकेन्द्रीकरण में किसी प्रयोग की सबसे कठिन परीक्षा, स्थानीय स्तर पर प्रजातांत्रिक संस्थाओं को हस्तांतरित वास्तविक शक्तियां एवं कार्य हैं। हम पाते हैं कि केवल मुठ्टी भर राज्य...
<p>ईसा पूर्व चौथी शताब्दी में, अरस्तू ने यह सिद्धान्त प्रतिपादित किया कि भूगर्भीय गुफाओं में फँसी हवा के कारण भूकम्प आता है। ऐसा माना जाता था कि गुफाओं की छतों पर हवाओं के थपेड़ों के कारण हल्के कंपन पै...
<p>भारत सरकार कॉफी बोर्ड ऑफ इंडिया के जरिये ‘एकीकृत कॉफी विकास परियोजना’ का क्रियान्वयन कर रही है जिसके तहत कॉफी उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है।</p>
<p>पर्यावरण क्षरण से तात्पर्य पर्यावरण की उस अवस्था से है जब इसके भौतिक घटकों में निरंतर क्षय होने लगता है। क्षरण की इस प्रक्रिया में जैविक प्रक्रियाओं, खासकर मानवीय गतिविधियों की बहुत बड़ी भूमिका होती है। यही नहीं पर्यावरण क्षरण इस हद तक हो जाता है कि स्व-नियंत्रण कार्यवधि या आंतरिक प्रक्रिया भी इस पर […]</p>
<p>‘निःसंदेह प्रजातांत्रिक विकेन्द्रीकरण में किसी प्रयोग की सबसे कठिन परीक्षा, स्थानीय स्तर पर प्रजातांत्रिक संस्थाओं को हस्तांतरित वास्तविक शक्तियां एवं कार्य हैं। हम पाते हैं कि केवल मुठ्टी भर राज्यों – केरल, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल में ही सार्थक अथवा पर्याप्त हस्तांतरण किया गया है।</p>