भू-आकृति विज्ञान अर्थात भौगोलिक संरचनाओं का अध्ययन
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<p>भौगोलिक परिवर्तनों के कारण पृथ्वी की सतह पर निर्मित होने वाली विभिन्न प्रकार की आकृतियों, इनकी संरचना के लिए होने वाली विभिन्न प्रकियाओं, उच्चावच तथा स्थलीय स्वरूपों की स्थापना सम्बन्धी कारणों का अ...
<p>उष्ण कटिबंधीय चक्रवात की उत्पत्ति संबंधी आपदाओं का अपचयन, जोखिम विश्लेषण, सुभेद्यता विश्लेषण, तैयारी एवं आयोजना, पूर्व चेतावनी, रोकथाम एवं उपशमन सहित अनेक कारकों पर निर्भर करता है। दक्षिण एशिया की...
<p>प्रायः पवन ऊर्जा का गुणगान हरित ऊर्जा के रूप में किया जाता है। तथापि, पवन ऊर्जा फार्मों के इससे कही दूरगामी पर्यावर्णिक एवं समाजिक परिणाम हो सकते हैं। कच्छ (गुजरात) के नलिया नामक एक छोटे से कस्बे...
<p>भौगोलिक परिवर्तनों के कारण पृथ्वी की सतह पर निर्मित होने वाली विभिन्न प्रकार की आकृतियों, इनकी संरचना के लिए होने वाली विभिन्न प्रकियाओं, उच्चावच तथा स्थलीय स्वरूपों की स्थापना सम्बन्धी कारणों का अध्ययन भू-आकृति विज्ञान के अंतर्गत किया जाता है।</p>
<p>उष्ण कटिबंधीय चक्रवात की उत्पत्ति संबंधी आपदाओं का अपचयन, जोखिम विश्लेषण, सुभेद्यता विश्लेषण, तैयारी एवं आयोजना, पूर्व चेतावनी, रोकथाम एवं उपशमन सहित अनेक कारकों पर निर्भर करता है। दक्षिण एशिया की सामाजिक आर्थिक परिस्थितियों के कारण पूर्व चेतावनी इसके लिए एक प्रमुख घटक है। पूर्व चेतावनी घटक में चक्रवात मानीटरन एवं पूर्वानुमान में कौशल, प्रभावी […]</p>
<p>प्रायः पवन ऊर्जा का गुणगान हरित ऊर्जा के रूप में किया जाता है। तथापि, पवन ऊर्जा फार्मों के इससे कही दूरगामी पर्यावर्णिक एवं समाजिक परिणाम हो सकते हैं। कच्छ (गुजरात) के नलिया नामक एक छोटे से कस्बे से 700 वर्ष पुराने गाँव जखाऊ और बुडिया की ओर जाते समय हमें अरब सागर और क्षितिज से […]</p>