पशु-धन क्षेत्र पर जलवायु परिवर्तन के संभावित प्रभाव

<p>ग्लोबल जलवायु परिवर्तन के कारण वैश्विक तापमान में 2 से 6 डिग्री सैल्सियस की वृद्धि से (समयकाल 2040-2069 तथा 2070-2099) संकर पशुओं तथा भैंसों में देशी पशु-धन की तुलना में अपनी उच्च संवेदनशीलता के का...
<p>खुले समुद्र में या भूमि के ऊपर उत्पन्न होने वाली प्रक्रियाओं से तटरेखा प्रभावित होती है। तटरेखा पर जलवायु संबंधी प्रभावों के दृष्टिगतए निम्नलिखित स्थितियां बड़ी ही चिंताजनक हैं : महासागरों के तापमान...
<p>‘जल मार्ग’ अंग्रेजी शब्द ‘चैनल’ का हिन्दी रूपान्तरण है जिसका तात्पर्य यह है कि किसी प्राकृतिक जल स्रोत का वह भाग जहाँ से परिवहन का कार्य सम्पादित होता हो। लेकिन जल मार्ग का व्यवहारिक सम्बन्ध नदी मा...
<p>महाराष्ट्र आपदा प्रबंधन ने मंगलवार को मुम्बई में शाम 4.30 पर ‘हाई-टाईड’ आने का अलर्ट जारी किया था और संभावना जताई थी कि समुद्र में 3.32 मीटर तक ऊँचाई वाली लहरें उठ सकती हैं। ‘हाई-टाईड’ के दौरान कई...
<p>ग्लोबल जलवायु परिवर्तन के कारण वैश्विक तापमान में 2 से 6 डिग्री सैल्सियस की वृद्धि से (समयकाल 2040-2069 तथा 2070-2099) संकर पशुओं तथा भैंसों में देशी पशु-धन की तुलना में अपनी उच्च संवेदनशीलता के कारण यौवनारंभ का समय एक या दो सप्ताह तक आगे बढ़ जाएगा।</p>
<p>खुले समुद्र में या भूमि के ऊपर उत्पन्न होने वाली प्रक्रियाओं से तटरेखा प्रभावित होती है। तटरेखा पर जलवायु संबंधी प्रभावों के दृष्टिगतए निम्नलिखित स्थितियां बड़ी ही चिंताजनक हैं : महासागरों के तापमान बढ़ने तथा हिमनदों के पिघलने के कारण दीर्घावधि तक समुद्र के जलस्तर में वृद्धि होना।</p>
<p>‘जल मार्ग’ अंग्रेजी शब्द ‘चैनल’ का हिन्दी रूपान्तरण है जिसका तात्पर्य यह है कि किसी प्राकृतिक जल स्रोत का वह भाग जहाँ से परिवहन का कार्य सम्पादित होता हो। लेकिन जल मार्ग का व्यवहारिक सम्बन्ध नदी मार्ग से है। ]</p>