<p>13-14 दिसंबर, 2018 को उत्तरी गोलार्द्ध में जेमिनिड उल्का वर्षा (Geminids meteor shower) की सर्वाधिक चमक देखने को मिली। हालांकि ये उल्कावर्षा 4 से 17 दिसंबर तक सक्रिय रहती हैं। जेमिनिड काफी विश्वसनीय उल्का वर्षा होती हैं जिसे पूरे विश्व में दो बजे रात्रि में देखा जा सकता है।</p>
Read more<p>भारत जैव विविधता समृद्ध देश है। विश्व का 2.4 प्रतिशत क्षेत्रफल होने के बावजूद यह विश्व की 7-8 प्रतिशत सभी दर्ज प्रजातियों (जिनमें 45,000 पादप प्रजातियां एवं 91,000 जंतु प्रजातियां) का पर्यावास स्थल है। विश्व के 34 जैव विविधता हॉट स्पॉट में से चार भारत में हैं।</p>
Read more<p>C R Babu, Professor Emeritus, Delhi University speaks with G’nY on the need to preserve the Aravalli ranges, the importance of biodiversity and the ways in which degradation can be checked.</p>
Read more<p>हाल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार महज दो सौ वर्षों में मानव ने शीतलन प्रवृत्ति को उलट दिया है और जलवायु को आज से 50 मिलियन वर्ष पहले ले गया है। जलवायु में परिवर्तन यह गति हमारी पृथ्वी पर निवास करने वाले जीवों ने शायद ही किसी चीज में महसूस किया है।</p>
Read more<p>आज से 252 मिलियन वर्ष पहले पर्मियन युग में पृथ्वी पर जीवन के लिए कठिन समय था। उस युग में पृथ्वी पर से अधिकांश जीव नष्ट हो गए थे जिस वजह से इसे ‘महान मृत्यु’ और पृथ्वी का सबसे घातक ‘प्रजाति विलुप्ति’ (Mass Extinctions) की घटना की संज्ञा दी जाती है।</p>
Read more<p>अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ‘नासा’ का इनसाइट मंगल मिशन, जो 26 नवंबर, 2018 को मंगल ग्रह पर उतरा था, मंगल ग्रह पर पहली बार किसी आवाज को सुना। इनसाइट के सेंसर्स ने पवन द्वारा कंपन से उत्पन्न हल्की सरसराहट को रिकॉर्ड किया।</p>
Read more<p>Dr Leena Srivastava, Vice Chancellor, TERI-SAS, speaks with G’nY on the likelihood and impacts of increasing global mean temperatures, the effects in India, the policy gaps in combating threats to the environment, and more.</p>
Read moreO P Rawat, Chief Election Commissioner of India, speaks with G’nY on the feasibility of simultaneous elections, state funded elections and the shortcomings of our electoral system.
Read more<p>हाल के एक अध्ययन के अनुसार हिंद महासागर में उत्पन्न होने वाला मजबूत मानसून पूर्वोन्मुख पवन को प्रेरित कर सकता है जिससे अटलांटिक महासागर में उत्पन्न होने वाला हरिकेन पश्चिम में अमेरिका की ओर रूख कर सकता है।</p>
Read more<p>विश्व के 40 देशों के 91 लेखकों एवं समीक्षा संपादकों द्वारा तैयार इस रिपोर्ट के अनुसार मौजूदा दर से कार्बन उत्सर्जन जारी रहने पर 1.5 डिग्री सेल्सियस की वैश्विक तापवृद्धि सीमा 2030 से 2052 के बीच ही पार हो जाएगी। पूर्व औद्योगिक स्तर की तुलना में अभी विश्व 1.2 डिग्री सेल्सियस अधिक गर्म है।</p>
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