आपदा प्रबंधन-सितम्बर 2018 cover

Vol no. 17 Issue No. 3

Inside this issue

सामयिक

भारत में आपदा प्रबंधन-सितम्बर 18

By: स्टाफ रिपोर्टर

सुदूर संवेदी माध्यम से बाढ़ की निगरानी

By: स्टाफ रिपोर्टर

बाढ़ परिघटना इस दृष्टि से विशिष्ट है कि इसमें अल्प और दीर्घकालिक अवधियों के पूर्वानुमान की अधिक संभावना बनती है। यद्यपि बाढ़ आपदा को पूरी तरह नियंत्रित करना संभव नहीं है किन्तु उपयुक्त संरचनात्मक और गैर संरचनात्मक उपायों और निगरानी के द्वारा प्रबंधित जरूर किया जा सकता है।

भारत में बाढ़ के खतरों का न्यूनीकरण

By: स्टाफ रिपोर्टर

आपदा जोखिम न्यूनीकरण सभी के लिए हो प्राथमिक

By: स्टाफ रिपोर्टर

आपदा प्रबंधन रणनीति का विकास

By: स्टाफ रिपोर्टर

बायो शील्ड के रूप मैंग्रोव

By: स्टाफ रिपोर्टर

कौन सा वैकल्पिक विषय सर्वाधिक लोकप्रिय, कैसे करें चयन?

By: स्टाफ रिपोर्टर

बायोरिमैडिएशन-तेल रिसाव का जैविक उपचार

By: स्टाफ रिपोर्टर

बढ़ता समुद्री जल स्तर-हम कहां है?

By: रवि मिश्रा

समसामयिक घटनाक्रम-सितम्बर 2018

By: स्टाफ रिपोर्टर

ब्लू इकोनॉमी

By: स्टाफ रिपोर्टर

प्राकृतिक आपदाओं की पूर्व चेतावनी

By: स्टाफ रिपोर्टर

यद्यपि प्राकृतिक आपदाएं कहीं भी आ सकती हैं, व्याप्त आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक एवं सांस्कृतिक सुभेद्यताओं के कारण विकासशील देशों में उनका प्रभाव काफी अधिक होता है। समयपूर्व चेतावनी की व्यवस्था से ऐसी घटनाओं द्वारा कारित क्षतियों को न केवल कम किया जा सकता है बल्कि उन्हें रोका भी जा सकता है।

आपदा प्रबंधन- विशेष सामग्री 2018

By: स्टाफ रिपोर्टर

संपादकीय